This movie are very Actionfull. There are in movie Romance, thriller, adventure, comedy full movie are very interesting. https://dvdvilla.me/collection/6/fast-and-furious-all-collections.html
This movies is very interesting ,action ,adventure and drama movies. Select the link and browse for free hollywood movies 👇👇👇👇👇👇 https://dvdvilla.me/collection/6/fast-and-furious-all-collections.html https://dvdvilla.me/download/69/the-fate-of-the-furious-2017-brrip-dual-audio-hindi-english-full-movie-download.html
State & Capital(राज्य और राजधानियाँ) (विश्व का मानचित्र) भारत की राज्य और राजधानी जानने से पहले हम जानेगें भारत की स्थिति के बारे में जैसे की वह विश्व के नक्शे पे उसकी स्थिति क्या है तो चलिये जानते हैं - * भारत उत्तरी गोलार्द्ध में 8°4'-37°6' उत्तरी अक्षांश और 68°7'-97°25' पूर्वी देशांतर के बीच स्थित है | सम्पूर्ण भारत का अक्षांशीय विस्तार 6°.4'-37°6' उत्तरी अक्षांश के मध्य है | भारत का क्षेत्रफल 32 लाख 87 हजार 263 वर्ग किमी० है | क्षेत्रफल की दृष्टिकोण से भारत विश्व का 7वॉ सबसे बड़ा देश है, जबकी जनसंख्या के दृष्टिकोण से विश्व का दुसरा सबसे बड़ा देश है | क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत से बड़े छः देश है - रूस, कनाडा, चीन, सं. रा. अमेरिका, ब्राजील एवं आस्ट्रेलिया | भारत का क्षेत्रफल सम्पूर्...
बचपन की गलियां(भाग-१) बचपन की गलियों से यूँ सा गुजरता हूँ, लगता है जैसे मानो अपने बचपन में यूँ सा चला जाता हूँ | मुझे पता भी न था कि मेरा बचपन ऐसा होगा, यू गलियों में अपना भी नाम रोशन होगा | जैसे-जैसे गलियों में प्रवेश करता हूँ, बचपन की यादों में गोता लगाता चला जाता हूँ | बचपन के दिन भी क्या दिन थे, ना पैसा, न भूख, ना किसी का लोभ बस अपने में मगर होके जिया करते थे | Continue........ ...
बचपन के खेल पांचवीं तक स्लेट की बत्ती को जीभ से चाटकर कैल्शियम की कमी पूरी करना हमारी स्थाई आदत थी लेकिन इसमें पापबोध भी था कि कहीं विद्यामाता नाराज न हो जायें । *पढ़ाई का तनाव हमने पेन्सिल का पिछला हिस्सा चबाकर मिटाया था ।* "पुस्तक के बीच विद्या , *पौधे की पत्ती* *और मोरपंख रखने* से हम होशियार हो जाएंगे ऐसा हमारा दृढ विश्वास था"। कपड़े के थैले में किताब कॉपियां जमाने का विन्यास हमारा रचनात्मक कौशल था । *हर साल जब नई कक्षा के बस्ते बंधते तब कॉपी किताबों पर जिल्द चढ़ाना हमारे जीवन का वार्षिक उत्सव था ।* *माता पिता को हमारी पढ़ाई की कोई फ़िक्र नहीं थी , न हमारी पढ़ाई उनकी जेब पर बोझा थी* । सालों साल बीत जाते पर माता पिता के कदम हमारे स्कूल में न पड़ते थे । *एक दोस्त को साईकिल के डंडे पर और दूसरे को पीछे कैरियर पर बिठा* हमने कितने रास्ते नापें हैं , यह अब याद नहीं बस कुछ धुंधली सी स्मृतियां हैं । *स्कूल में पिटते हुए और मुर्...