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भूकंप

  भूकंप -        ज्वालामुखी भूपटल पर वह प्राकृतिक छेद या दरार है, जिससे होकर पृथ्वी का पिघला पदार्थ लावा, राख, भाप तथा अन्य गैसें बाहर निकलती हैं | बाहर हवा में उड़ा हुआ लावा शीघ्र ही ठंडा होकर छोटे ठोस टुकड़ों में बदल जाता है जिसे सिन्डर कहते हैं | उदगार में निकलने वाली गैसों में वास्प का प्रतिशत सर्वाधिक होता है उद्गार अवधि अनुसार ज्वालामुखी तीन प्रकार का होता है -  1. सक्रिय ज्वालामुखी 2. प्रसुप्त ज्वालामुखी 3. मृत या शान्त ज्वालामुखी 1. सक्रिय ज्वालामुखी -                                     इसमें अक्सर उद्गार होता है | वर्तमान समय में विश्व में सक्रिय ज्वालामुखीयो की संख्या 500 है | इनमें प्रमुख है इटली का एतना तथा स्ट्रांबोली  * स्ट्रांबोली भूमध्य सागर में सिसिली की उत्तर में लिपारी द्विप पर अवस्थित है | इसमें सदा प्रज्वलित गैस निकला  करती है, जिससे आस - पास का भाग प्रकाशित रहता है, इस कारण से ज्वालामुखी को भूमध्यसागर का प्रकाश स्तंभ कहते हैं | ...

स्थलमंडल

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  स्थलमंडल पृथ्वी की संपूर्ण बाहरी  परत जिस पर महाद्वीप एवं महासागर स्थित है,  स्थलमंडल कहलाती है है पृथ्वी के कुल 29% भाग पर स्थल तथा 71 पर्सेंट भाग पर जल है पृथ्वी के उत्तरी   गोलार्द्ध का 61% तथा दक्षिणी गोलार्ध के  81% क्षेत्रफल में जल का साम्राज्य है पृथ्वी पर अधिकतम ऊंचाई माउंट एवरेस्ट  (8850 मी०) की तथा अधिकतम गहराई मेरियाना गर्त 11776 मीटर की है इस प्रकार  पृथ्वी की अधिकतम ऊंचाई एवं अधिकतम गहराई  में लगभग  20 किलोमीटर का अंतर है स्थलमंडल महाद्वीपीय क्षेत्रों में अधिकतम मोटी 40 किलोमीटर और महासागरीय क्षेत्रों में अपेक्षाकृत पतली 20 से 12 किलोमीटर है चट्टान  राक -              पृथ्वी की सतह के कठोर भाग को चट्टान कहते चट्टान कहते हैं जो पृथ्वी की बाहरी परत की संरचना की मूलभूत इकाइयां है है उत्पत्ति के आधार पर यह तीन प्रकार की होती है - (i) आग्नेय (ii) अवसादी(iii) कायांतरित आग्नेय चट्टान -  यह  मैग्मा यार लावा के जमने से बनती है जैसे - ग्रेनाइट  ,बेसाल्ट ,पैगमाटाइट ,डायोरा...

सभी Exams के लिए महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

  ❇️सभी Exams के लिए महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर ❇️ ● ‘ब्रह्म समाज’ की स्थापना कब हुई— 1828 ई. ● ‘ब्रह्म समाज’ की स्थापना किसके द्वारा और कहाँ की गई— कलकत्ता में, राजा राममोहन राय ● आधुनिक भारत में हिंदू धर्म के सुधार का पहला आंदोलन कौन-सा था— ब्रह्म समाज ● ब्रह्म समाज का विरोधी संगठन कौन-सा था जिसने सती प्रथा व अन्य सुधारों का विरोध किया— धर्म सभा ● धर्म सभा के संस्थापक कौन थे— राधाकांत देव ● सती प्रथा का अंत कब हुआ— 1829 ई. ● सती प्रथा के अंत में सबसे अधिक प्रयास किसका रहा— राजा राममोहन राय ● ‘आर्य समाज’ की स्थापना कब हुई— 1875 ई., मुंबई ● ‘आर्य समाज’ की स्थापना किसने की— स्वामी दयानंद सरस्वती ने ● आर्य समाज किसके विरुद्ध है— धार्मिक अनुष्ठान व मूर्ति पूजा ● 19वीं सदी में भारतीय पुनर्जागरण का पिता किसे माना जाता है— राजा राममोहन राय को ● राजाराम मोहन राय का जन्म कहाँ हुआ— राधानगर, जिला वर्धमान ● स्वामी दयानंद सरस्वती का मूल नाम क्या था— मूलशंकर ● राजा राममोहन राय के इंग्लैंड जाने के बाद ब्रह्म समाज की बागडोर किसने संभाली— रामचंद विधावागीश ● किसके प्रयासों से ब्रह्म समाज की जड़े उत्तर ...

सौर्य मंडल

                सौर्य मंडल     सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने वाले विभिन्न ग्रहों, धूमकेतुओं, उल्काओं और अन्य आकाशीय पिंडों के समूह को सौरमंडल कहते हैं. सौरमंडल के पूरे ऊर्जा का स्रोत सूर्य ही है. सौर मंडल से जुड़े महत्‍वपूर्ण तथ्‍य इस प्रकार हैं: (1)  सौरमंडल में 8 ग्रह हैं- बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, अरुण और वरुण. (2)  सौरमंडल में 9वां ग्रह प्लूटो था, लेकिन वैज्ञानिकों ने प्लूटो को ग्रह की श्रेणी से हटा दिया क्योंकि यह बहुत छोटा था. (3)  ग्रहों के उपग्रह भी होते हैं जो अपने ग्रहों की परिक्रमा करते हैं. (4)  सूर्य हमारी गैलेक्सी मिल्की वे से लगभग 30,000 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है. (5)  सूर्य मिल्की वे के चारो ओर 250 किमी/ सेकेंड की गति से परिक्रमा कर रहा है. (6)  मिल्की वे के चारो ओर घूमने में लगा वक्त 25 करोड़ वर्ष है, जिसे ब्रह्मांड वर्ष भी कहते हैं. (7)  सूर्य अपने अक्ष पर पूरब से पश्चिम की ओर घूमता है. (8)  हमारा सौरमंडल करीब 4.6 बिलियन वर्ष पहले अस्तित्व में आया. (9)  स...

ऐसी जानकारी जो बहुत ही महत्वपूर्ण है, अपनी संस्कृति से जुड़ी हुई महत्वपूर्ण पुस्तकों के नाम

  ऐसी जानकारी  जो बहुत ही महत्वपूर्ण है 1-अष्टाध्यायी               पाणिनी 2-रामायण                    वाल्मीकि 3-महाभारत                  वेदव्यास 4-अर्थशास्त्र                  चाणक्य 5-महाभाष्य                  पतंजलि 6-सत्सहसारिका सूत्र      नागार्जुन 7-बुद्धचरित                  अश्वघोष 8-सौंदरानन्द                 अश्वघोष 9-महाविभाषाशास्त्र        वसुमित्र 10- स्वप्नवासवदत्ता        भास 11-कामसूत्र                  वात्स्यायन 12-कुमारसंभवम्           कालिदास 13-अभिज्ञानशकुंतलम्    कालिदास   14-विक्रमोउर्वशियां...

ब्रह्मांड

  ब्रह्मांड का आकार अंडाकार है. ब्रह्मांड से पहले कुछ भी नहीं था. कहा जाता है कि करीब 13 अरब साल पहले ब्रह्मांड अस्तित्व में आया. पौराणिक मान्यता के अनुसार ब्रह्मांड में अचानक कोई धमाका हुआ और सृष्टि की रचना हो गई. विज्ञान मे भी ब्रह्मांड को लेकर कई थ्योरीज हैं. आइए जानते हैं ब्रह्मांड से जुड़े कुछ रोचक तत्व: (1)  द्रव्य और ऊर्जा के सम्मिलित रूप को ब्रह्मांड कहते हैं. (2)  ब्रह्मांड के बारे में सबसे विश्वसनीय थ्योरी है बिग बैंग थ्योरी. बिग बैंग थ्योरी के मुताबिक शून्य के आकार का ब्रह्मांड बहुत ही गरम था. इसकी वजह से इसमें विस्फोट हुआ और वो असंख्य कणों में फैल गया. तब से लेकर अब तक वो लगातार फैल ही रहा है. (3)  ब्रह्मांड के इन टुकड़ों के बाद से अंतरिक्ष और आकाशगंगा अस्तित्व में आए. इस रचना में ही हाइड्रोजन, हीलियम जैसे अणुओं का निर्माण हुआ. (4)  जैसे-जैसे ब्रह्मांड का आकार बढ़ता गया वैसे-वैसे तापमान और घनत्व कम हुआ जिसकी वजह से गुरुत्वाकर्षण बल, विद्युतचुम्बकीय बल और अन्य बलों का  उत्सर्जन हुआ. इसके बाद सौरमंडल बना. (5)  ब्रह्मांड का विस्तार लगातार होता...